सर कटी लाश |
पुलिस की गिरफ्त में हत्यारा पिता औगड़ सिंह |
बाप का पक्ष: बेटी शादी के बाद भी अपने पति के साथ नहीं रह रही थी उसके उदयपुर में दो युवकों से सम्बन्ध थे. उसको एक आदमी के साथ संदिग्दावस्था में पकड़ कर उसी थाने में लाया गया जहाँ उसका ससुर कांस्टेबल था. थाने से छुडाकर जब उसे गाँव लाया तो वो उलटे बाप पर ही चिल्लाने लगी. तैश में आकर मैंने ये कृत्य कर दिया.
समाज दोनों पक्षों में देख रहा है इस कृत्य को. कुछ कह रहे है, बाप ने अच्छी सज़ा दी तो कुछ का कहना है, ये कोई रास्ता नहीं था.. चाहते तो हमेशा के लिए बेटी से रिश्ता ख़तम कर सकते थे. एनजीओ के लोगो का कहना है कि जितना काम महिला उत्थान को लेकर जिले में हुआ, इस एक घटना ने उसे दस साल पीछे धकेल दिया. आप क्या सोचते है ?
सवाल गंभीर है.
आज ये खबर और गंभीर बन जाती है जहाँ एक तरफ गुवाहाटी में एक लड़की के कपडे सारे राह फाड़ दिए जाते है... जयपुर में चलती ट्रेन से एक नवजात बच्ची को फेंक दिया जाता है... उत्तर प्रदेश में पंचायत चालीस साल से कम आयु की महिलाओं को मोबाइल फोन रखने और अकेले घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगता देती है... क्या हम सच में बाईसवी सदी में ही जी रहे है ???